किताबें, कहानियां, कविताओं के काफी करीब है, या तो बोलती नहीं है और जब बोलती है तो चुप नहीं होती। लिखना शौक है और पेशा भी। ये सभी डर अगर बचपन में समझाए न जाएं, तो वही वयस्क होने पर भी पीछा करते हैं। नियमित योग अभ्यास आत्म-नियंत्रण, एकाग्रता और https://vashikaran-specialist33332.blogofoto.com/69664249/fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana-options